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प्रॉम्प्ट चेनिंग

प्रॉम्प्ट चेनिंग (Prompt Chaining) एक उन्नत प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग तकनीक है जिसमें किसी जटिल कार्य को छोटे, आपस में जुड़े प्रॉम्प्ट्स की श्रृंखला में विभाजित किया जाता है। हर प्रॉम्प्ट पिछले प्रॉम्प्ट के आउटपुट पर आधारित होता है, जिससे हम अधिक सटीक, संदर्भ-संवेदनशील और नियंत्रित परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। यह तरीका विशेष रूप से तब उपयोगी होता है जब एक ही प्रॉम्प्ट में कार्य पूरा करना कठिन हो, या जब हमें कई चरणों में सोचना और प्रक्रिया करना हो।
इस तकनीक का उपयोग डेटा प्रोसेसिंग, बहु-चरणीय तर्क (multi-step reasoning), सारांश निर्माण, जटिल समस्या समाधान, और कंटेंट जेनरेशन में किया जाता है। प्रॉम्प्ट चेनिंग के जरिए आप मॉडल को एक चरण में एक कार्य सौंपते हैं, जिससे भ्रम और त्रुटियों की संभावना कम होती है।
इस ट्यूटोरियल में आप सीखेंगे कि प्रॉम्प्ट चेनिंग क्या है, इसे कब और कैसे उपयोग करना है, और इसके व्यावहारिक अनुप्रयोग कैसे काम करते हैं। आप कार्यशील और परीक्षण किए गए उदाहरण देखेंगे जिन्हें आप तुरंत अपने प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, हम बेस्ट प्रैक्टिसेज, सामान्य गलतियाँ, और उन्नत तकनीकों पर भी चर्चा करेंगे। अंत में, आप इस तकनीक को अन्य AI कौशलों के साथ कैसे जोड़ सकते हैं, यह भी जानेंगे।

मूल उदाहरण

prompt
PROMPT Code
चरण 1:
"आप एक टेक्स्ट सारांश विशेषज्ञ हैं। निम्नलिखित टेक्स्ट का 3 वाक्यों में स्पष्ट और संक्षिप्त सारांश बनाएं:
\[टेक्स्ट यहाँ डालें]"

चरण 2:
"आप एक हेडलाइन लेखक हैं। निम्नलिखित सारांश के आधार पर एक आकर्षक और ध्यान खींचने वाली हेडलाइन लिखें:
\[पिछले चरण का सारांश यहाँ डालें]"

ऊपर दिया गया प्रॉम्प्ट उदाहरण प्रॉम्प्ट चेनिंग की मूल संरचना को दर्शाता है। पहले चरण में, हम मॉडल को स्पष्ट भूमिका (टेक्स्ट सारांश विशेषज्ञ) देते हैं और एक सीमित कार्य (3 वाक्यों का सारांश) सौंपते हैं। यह चरण आउटपुट को केंद्रित और सटीक बनाता है।
दूसरे चरण में, हम एक अलग भूमिका (हेडलाइन लेखक) सेट करते हैं और पिछले चरण के आउटपुट को इनपुट के रूप में इस्तेमाल करते हैं। यह चरण सुनिश्चित करता है कि हेडलाइन मूल सामग्री के सार पर आधारित हो, न कि पूरे टेक्स्ट पर।
इस तरीके से, हम जटिल कार्य (टेक्स्ट → सारांश → हेडलाइन) को छोटे, प्रबंधनीय हिस्सों में विभाजित करते हैं। व्यावहारिक रूप से, यह कंटेंट मार्केटिंग, रिपोर्टिंग, ब्लॉग लेखन और सोशल मीडिया पोस्ट निर्माण में उपयोगी है।
आप इस संरचना को कई तरीकों से संशोधित कर सकते हैं, जैसे चरणों की संख्या बढ़ाना, आउटपुट के प्रारूप को बदलना (जैसे बुलेट पॉइंट्स में सारांश), या विभिन्न भूमिकाएं सौंपना (जैसे एक चरण में विश्लेषक, अगले में अनुवादक)। प्रॉम्प्ट चेनिंग का यह लचीलापन इसे किसी भी कार्य के लिए अनुकूल बनाता है।

व्यावहारिक उदाहरण

prompt
PROMPT Code
चरण 1:
"आप एक शोध विश्लेषक हैं। निम्नलिखित डेटा के मुख्य निष्कर्षों को 5 बुलेट पॉइंट्स में प्रस्तुत करें:
\[डेटा यहाँ डालें]"

चरण 2:
"आप एक प्रस्तुति विशेषज्ञ हैं। इन बुलेट पॉइंट्स के आधार पर 3 स्लाइड्स का आउटलाइन बनाएं, जहाँ प्रत्येक स्लाइड एक मुख्य निष्कर्ष को स्पष्ट करे।"

चरण 3:
"आप एक कॉपीराइटर हैं। प्रत्येक स्लाइड के लिए 2-3 वाक्यों का स्पीकर नोट लिखें, जो दर्शकों को विषय को बेहतर तरीके से समझाने में मदद करे।"

Best practices and common mistakes:
सर्वोत्तम अभ्यास:

  1. हर चरण में स्पष्ट और विशिष्ट भूमिका सौंपें – इससे मॉडल का फोकस सही दिशा में रहता है।
  2. आउटपुट के लिए ठोस प्रारूप दें (जैसे वाक्यों की संख्या, बुलेट्स, हेडिंग्स)।
  3. चरणों के बीच आउटपुट को यथावत रखें – अनावश्यक बदलाव न करें।
  4. चेनिंग के हर चरण का उद्देश्य स्पष्ट रखें – बिना कारण अतिरिक्त चरण न जोड़ें।
    सामान्य गलतियाँ:

  5. एक ही चरण में बहुत सारे कार्य जोड़ना – इससे आउटपुट भ्रमित हो सकता है।

  6. पिछले चरण के आउटपुट को सही तरीके से पास न करना।
  7. भूमिकाओं और निर्देशों में अस्पष्टता।
  8. चेन की लंबाई बहुत बढ़ाना जिससे प्रतिक्रिया धीमी और त्रुटिपूर्ण हो।
    ट्रबलशूटिंग:
    अगर आउटपुट असंगत हो, तो निर्देशों को और स्पष्ट करें और उदाहरण जोड़ें। अगर चरणों के बीच संदर्भ खो जाए, तो पिछले आउटपुट को संपूर्ण रूप से इनपुट में दोहराएं।

📊 त्वरित संदर्भ

Technique Description Example Use Case
Role-based chaining हर चरण में अलग भूमिका सेट करना सारांश → हेडलाइन → सोशल मीडिया पोस्ट
Format enforcement हर चरण के लिए आउटपुट प्रारूप तय करना बुलेट पॉइंट्स → स्लाइड आउटलाइन → स्क्रिप्ट
Data refinement कच्चे डेटा को कई चरणों में परिष्कृत करना डेटा विश्लेषण → रिपोर्ट → विज़ुअल ग्राफ
Language transformation भाषा और टोन बदलना टेक्स्ट अनुवाद → टोन एडजस्टमेंट → संक्षिप्त रूप
Multi-perspective analysis विभिन्न दृष्टिकोण से आउटपुट लेना उपयोगकर्ता दृष्टिकोण → विशेषज्ञ दृष्टिकोण → निर्णय
Sequential reasoning तर्क को क्रमवार बनाना गणितीय समस्या → चरण-दर-चरण समाधान → अंतिम उत्तर

Advanced techniques and next steps:
उन्नत स्तर पर, प्रॉम्प्ट चेनिंग को अन्य AI तकनीकों जैसे टूल-आधारित वर्कफ़्लोज़, API-इंटीग्रेशन, और मल्टी-मॉडल इनपुट्स के साथ जोड़ा जा सकता है। उदाहरण के लिए, पहले चरण में टेक्स्ट का विश्लेषण, फिर अगले चरण में डेटा विज़ुअलाइज़ेशन टूल के जरिए ग्राफ बनाना, और अंतिम चरण में रिपोर्ट तैयार करना।
आप "डायनेमिक चेनिंग" (जहाँ अगले चरण का प्रॉम्प्ट पिछले आउटपुट के आधार पर स्वतः बनता है) या "कंडीशनल चेनिंग" (जहाँ अगले चरण का चयन किसी शर्त पर निर्भर होता है) जैसी तकनीकों को भी सीख सकते हैं।
अगले अध्ययन विषयों में मल्टी-शॉट प्रॉम्प्टिंग, एजेंट-आधारित सिस्टम, और कॉन्टेक्स्ट मैनेजमेंट शामिल हो सकते हैं। इस कौशल में महारत हासिल करने के लिए, अलग-अलग डोमेन में प्रॉम्प्ट चेनिंग का प्रयोग करें और देखें कि कौन-सी संरचनाएँ सबसे अच्छा परिणाम देती हैं।

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